car creates ruckus in the city on Diwali

चंडीगढ़: जान जोखिम में, दिवाली पर कार ने शहर में मचाया हुड़दंग; देखें क्या है मामला

car creates ruckus in the city on Diwali

car creates ruckus in the city on Diwali

car creates ruckus in the city on Diwali- चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में दिवाली की रात कुछ शरारती तत्वों ने दीपावली के माहौल में खलल डालने की कोशिश की। दिवाली की रात जहां शहरवासी पूजा पाठ व शांतिपूर्ण तरीके से त्यौहार मना रहे थे। वहीं इन सबके बीच कुछ शरारती तत्व अपनी और शहरवासियों की जान को जोखिम में डालते हुए लग्जरी कार के ऊपर पटाखे फोड़ते नजर आए। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो एक ब्लैक कलर की लग्जरी कार में सवार कुछ युवक चलती गाड़ी पर पटाखे जलाकर फोड़ते जा रहे थे, जिससे एक बड़े हादसे का खतरा बन गया था।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार के ऊपर पटाखे रखे जा रहे थे और जैसे ही गाड़ी आगे बढ़ रही थी, पटाखे फूटते जा रहे थे। यह स्थिति बेहद खतरनाक थी क्योंकि जलते हुए पटाखों की चिंगारियां किसी भी दोपहिया वाहन, गाडय़िों, या यहां तक कि वहां से गुजरने वाले लोगों के ऊपर गिर सकती थीं।

यह मात्र संयोग था कि इस घटना के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं घटी, लेकिन लोगों की जान के लिए खतरा जरूर बना हुआ था। इस प्रकार की लापरवाही और असामाजिक गतिविधियों पर सवाल उठते हैं कि दिवाली जैसे संवेदनशील मौके पर शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस कितनी सतर्क थी।

इस घटना के दौरान चंडीगढ़ पुलिस की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय बनी हुई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह कोई मामूली शरारत नहीं है, बल्कि जानबूझकर लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालने का कृत्य है, और पुलिस को ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

घटना की जानकारी मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए इस कार की पहचान और उसमें सवार लोगों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि गाड़ी में बैठे इन शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन पर मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि ऐसी खतरनाक गतिविधि करने वाले ये युवक कौन थे और इसके पीछे उनका उद्देश्य क्या था।

दिवाली के मौके पर इस प्रकार की असंवेदनशीलता ने न सिर्फ लोगों में नाराजगी पैदा की है, बल्कि पुलिस की सक्रियता और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।